Friday, July 1, 2011

*हाँ, जिक्र उनका महफ़िल में सुबह शाम होता है,
हर शख्स कि जुबान पे उनका नाम होता है,
हम भी लेलेते हैं नाम उनका चुपके से ,
क्यूंकि, यारों ये इश्क बड़ा बदनाम होता है ||*

*आह भरो या करदो कतल ,
आजकल का प्यार बड़ा महंगा है,
और चर्चा भी नहीं होता |
और सच तो ये है ,कि
सच्चे प्यार में कोई खर्चा नहीं होता ||*

*गौरसे देखो तो सही ,
इन हातों की लकीरों में किसी का तो नाम होगा |
ज़िन्दगी इतनी भी बेवफा तो नहीं ,कुछ तो ज़रूर दिया होगा ||*

*बाद मुद्दत के इस दिल को करार आया |
तेरे ख्याल में ही सही ,मेरा ख्याल तो आया ||*
1 July 2011

*निगाहें झुक जाएँगी तो हम पढेंगे कैसे |
कायनात रुक जाएगी तो हम मिलेंगे कैसे ||
तेरी ख़ामोशी ही हार बात कह जाती है |
पर इतना खामोश रहे तो हम जियेंगे कैसे ||*
3 July 2011

*हम मुस्कुराएँ उन्हेँ देखकर कि उन्हेँ गम ना हो |
और उन्होंने समझा कि हमारा हाल अच्छा है || ♥

* तू ही बता ,जिउं तो जिउं कैसे ?
तेरे बिन जो खालीपन है ,
उसे भरून तो भरून कैसे ?*
4 July 2011

*बचपन बीता जिन गलियों में ,
हम दोबारा ना आ पाए वहां |
कभी हमारा भी
आशियाँ हुआ करता था यहाँ || ♥
6 July

*तेरी यादें दिल से नहीं जातीं ,
हार रोज़ चली आतीं हैं |
सोचा कि सोयें तो चैन आये ,
पर
अब नींद किस कमबख्त को आती है ||♥
7 July

*Jo har rat sapne dikhakar hame sulate they.
Ab unhe bin hamare neend bhi aane lagi :->
7 July

*unka dil itna bada tha ki,humare siwa jane kitno jagah mili.
Hum khamkha hi unhe chote dil ka samjhe,aur in ankho se aansu baraste rahe.
9 July

*यूँ तो रोज रोज वो हमें सताते हैं ,
दिल तोडके मेरा मुस्कुराते हैं |
चले जायेंगे बहुत उनसे कहदो ,
सुना हैं
जाने के बाद लोग बहुत याद आते हैं ||♥
10 July

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